tag:blogger.com,1999:blog-2376773658616156998.post8591685067614225083..comments2023-11-03T18:55:18.541+05:30Comments on प्रेम सरोवर: इस पार उस पारप्रेम सरोवरhttp://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-2376773658616156998.post-9904144315860967462012-10-31T07:24:36.085+05:302012-10-31T07:24:36.085+05:30हरिवंश राय बच्चन जी को काफी बार पढ़ा है परन्तु ब्लॉ...हरिवंश राय बच्चन जी को काफी बार पढ़ा है परन्तु ब्लॉग पर उनकी कविता पढ़ना मेरे लिए एक अलग अनुभव रहा है।सच्ची में ... बहुत अच्छा लगा :))Rohitas Ghorelahttps://www.blogger.com/profile/02550123629120698541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376773658616156998.post-45634747519624608592012-10-30T17:25:49.120+05:302012-10-30T17:25:49.120+05:30हरिवंश राय बच्चन जी की सुंदर रचना को साझा करने हेत...हरिवंश राय बच्चन जी की सुंदर रचना को साझा करने हेतु<br />आभार.......पी.एस .भाकुनीhttps://www.blogger.com/profile/10948751292722131939noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376773658616156998.post-80947783214053828832012-10-29T22:37:37.738+05:302012-10-29T22:37:37.738+05:30प्रभावी रचना,,,,आभार
प्रेम जी बहुत दिनों से मेरे प...प्रभावी रचना,,,,आभार<br />प्रेम जी बहुत दिनों से मेरे पोस्ट पर नही आये,,,आइये आपका स्वागत है,,<br /> <br />RECENT POST LINK<a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2012/10/blog-post_29.html#links" rel="nofollow">...: खता,,,</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376773658616156998.post-73257056507728824902012-10-29T14:18:16.502+05:302012-10-29T14:18:16.502+05:30शानदार रचना पढवाने के लिए आभार... बच्चन साहब लाजवा...शानदार रचना पढवाने के लिए आभार... बच्चन साहब लाजवाब हैं...लोकेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/08323684688206959895noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376773658616156998.post-17179727520921717812012-10-29T11:57:40.217+05:302012-10-29T11:57:40.217+05:30bahut hee sundar rachna...!!bahut hee sundar rachna...!!सुरेन्द्र "मुल्हिद"https://www.blogger.com/profile/00509168515861229579noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376773658616156998.post-4027112877535712252012-10-28T18:10:07.600+05:302012-10-28T18:10:07.600+05:30बहुत सुंदर रचना..आभार इसे पढवाने के लिए..बहुत सुंदर रचना..आभार इसे पढवाने के लिए..Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376773658616156998.post-8256802687845845192012-10-28T08:14:01.605+05:302012-10-28T08:14:01.605+05:30धन्यवाद रोहिताश कुमार जी।धन्यवाद रोहिताश कुमार जी।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376773658616156998.post-19486493025836389242012-10-28T07:38:53.697+05:302012-10-28T07:38:53.697+05:30बहुत ही प्रभावी पंक्तियाँ...बहुत ही प्रभावी पंक्तियाँ...प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376773658616156998.post-63568381821545425072012-10-28T02:20:38.061+05:302012-10-28T02:20:38.061+05:30इतनी खूबसूरत रचना के लिए आज कल कितना तरसते हैं हम....इतनी खूबसूरत रचना के लिए आज कल कितना तरसते हैं हम.....या इस तरह की रचनाएं अब चर्चा का विषय नहीं बनती इसलिए शायद हमारी नजरों में नहीं आती..पता नहीं। Rohit Singhhttps://www.blogger.com/profile/09347426837251710317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376773658616156998.post-86427861497296517472012-10-27T19:41:45.636+05:302012-10-27T19:41:45.636+05:30सुन्दर प्रस्तुति!
ईद-उल-जुहा के अवसर पर हार्दिक शु...सुन्दर प्रस्तुति!<br />ईद-उल-जुहा के अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएँ|डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376773658616156998.post-17657004187223954062012-10-27T19:09:10.915+05:302012-10-27T19:09:10.915+05:30 दृग देख जहाँ तक पाते हैं, तम का सागर लहराता है,
फ... दृग देख जहाँ तक पाते हैं, तम का सागर लहराता है,<br />फिर भी उस पार खड़ा कोई हम सब को खींच बुलाता है!<br />मैं आज चला तुम आओगी, कल, परसों, सब संगीसाथी,<br />दुनिया रोती धोती रहती, जिसको जाना है, जाता है।<br />मेरा तो होता मन डगडग मग, तट पर ही के हलकोरों से!<br />जब मैं एकाकी पहुँचूँगा, मँझधार न जाने क्या होगा!<br />इस पार, प्रिये मधु है तुम हो, उस पार न जाने क्या होगा!<br /><br /><br /><br />मेरी पोस्ट पर आपका इंतज़ार है <br /><br />चार दिन ज़िन्दगी के .......<br />बस यूँ ही चलते जाना है !!<br /><br />उड़ता पंछीhttps://www.blogger.com/profile/18357081059384896848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376773658616156998.post-43214339527945252312012-10-27T12:24:06.272+05:302012-10-27T12:24:06.272+05:30dil khush ho gaya ....dil khush ho gaya ....Dr.NISHA MAHARANAhttps://www.blogger.com/profile/16006676794344187761noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376773658616156998.post-76636940544776389972012-10-27T11:59:24.984+05:302012-10-27T11:59:24.984+05:30पहली बार किसी रचना में खोना हुआ पहली बार किसी रचना में खोना हुआ travel ufohttps://www.blogger.com/profile/15497528924349586702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376773658616156998.post-64509922777091685482012-10-27T08:44:29.216+05:302012-10-27T08:44:29.216+05:30बहुत सुन्दर.......
बच्चन साहब की मेरी सबसे पसंदीदा...बहुत सुन्दर.......<br />बच्चन साहब की मेरी सबसे पसंदीदा रचना.....<br />कहीं कहीं तो मधुशाला से भी ज्यादा सुन्दर !!!<br />आभार इस पोस्ट के लिए.<br /><br />सादर<br />अनु ANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.com