tag:blogger.com,1999:blog-2376773658616156998.post8311310597312161507..comments2023-11-03T18:55:18.541+05:30Comments on प्रेम सरोवर: प्रेम सरोवरhttp://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-2376773658616156998.post-58380150971059347632011-06-24T20:44:49.853+05:302011-06-24T20:44:49.853+05:30प्रभावशाली प्रस्तुति, हमारी भी श्रद्धांजलि।प्रभावशाली प्रस्तुति, हमारी भी श्रद्धांजलि।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376773658616156998.post-78164006820895291792011-06-24T20:07:42.757+05:302011-06-24T20:07:42.757+05:30प्रेम बाबू!
इस प्रस्तुति के लिये आपका आभार!! नमन श...प्रेम बाबू!<br />इस प्रस्तुति के लिये आपका आभार!! नमन शमशेर बहादुर को!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376773658616156998.post-67890853410744120852011-06-24T18:54:49.611+05:302011-06-24T18:54:49.611+05:30शमशेर बहादुर सिंह जी के कृतित्व पर अच्छी जानकारी.....शमशेर बहादुर सिंह जी के कृतित्व पर अच्छी जानकारी...Dr (Miss) Sharad Singhhttps://www.blogger.com/profile/00238358286364572931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376773658616156998.post-86351829288963147892011-06-24T07:27:24.256+05:302011-06-24T07:27:24.256+05:30शमशेर बहादुर सिंह के अनुसार कलाकार जीवन के किसी जा...शमशेर बहादुर सिंह के अनुसार कलाकार जीवन के किसी जाहिरी रूप को अभिव्यक्त नहीं करता, वह उसके कलात्मक रूप को अभिव्यक्त करता है। उन्हें जहां एक ओर मनोवैज्ञानिक यर्थाथवादी कवि माना गया वहीं दूसरी ओर आत्मपरक कवि भी कहा गया है। इसका उचित कारण है। उनकी रचनाओं में सामाजिक विषयों का फैलाव नहीं है। जीवन के छोटे-छोटे सुख-दुख, विचार, मनःस्थितियां, उनकी कविताओं का विषय बनती है। लेकिन इन्हें वे उनके पूरे संदर्भों में देखकर चित्रित करते हैं। <br />विनम्र श्रद्धांजलि!मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.com