tag:blogger.com,1999:blog-2376773658616156998.post4375246983077633208..comments2023-11-03T18:55:18.541+05:30Comments on प्रेम सरोवर: प्रेम सरोवरhttp://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-2376773658616156998.post-33073631017151409502011-07-04T08:00:46.989+05:302011-07-04T08:00:46.989+05:30अज्ञेय जी अपने युग का तापमान ही नहीं पूरा पर्यावरण...अज्ञेय जी अपने युग का तापमान ही नहीं पूरा पर्यावरण -पारिश्थिति तंत्र ,पूरा प्रभा मंडल रहें हैं .शेखर एक जीवनी हमने बांची है .कई कई बार .मनो -विज्ञानिक धारा का अलहदा सा बंद .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376773658616156998.post-44943850501662798302011-07-04T05:42:53.657+05:302011-07-04T05:42:53.657+05:30अज्ञेय का योगदान हिन्दी साहित्य के लिये अतुलनीय है...अज्ञेय का योगदान हिन्दी साहित्य के लिये अतुलनीय है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376773658616156998.post-75033280362920271972011-07-03T23:59:47.777+05:302011-07-03T23:59:47.777+05:30अज्ञेय एक सफल कवि, उपन्यासकार, कहानीकार और आलोचक र...अज्ञेय एक सफल कवि, उपन्यासकार, कहानीकार और आलोचक रहे हैं। इन सभी क्षेत्रों में वे शीर्षस्थ भी थे। छायावाद और रहस्यवाद के युग के बाद हिन्दी-कविता को नई दिशा देने में अज्ञेय जी का सबसे बड़ा हाथ है। हिन्दी के अनेक नए कवियों के लिए अज्ञेय जी प्रेरणा-स्रोत और मार्ग-दर्शक रहे हैं। <br />उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376773658616156998.post-45656650538893609912011-07-03T20:28:26.228+05:302011-07-03T20:28:26.228+05:30केवल राम जी,नमस्कार,
आपका मेरे पोस्ट पर आना बहुत ह...केवल राम जी,नमस्कार,<br />आपका मेरे पोस्ट पर आना बहुत ही अच्छा लगा।<br />धन्यवाद।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376773658616156998.post-70028412274132766992011-07-03T18:52:12.107+05:302011-07-03T18:52:12.107+05:30आदरणीय प्रेम सरोवर जी
अज्ञेय जी के जीवन वृत और सा...आदरणीय प्रेम सरोवर जी <br />अज्ञेय जी के जीवन वृत और साहित्य के बारे में दी गयी इस सारगर्भित जानकारी के लिए आपका आभार ....हिंदी साहित्य में प्रयोगवाद के प्रवर्तक और अस्तित्व वाद के समर्थक के रूप में अज्ञेय जी काम नाम सर्वोपरि है ...!केवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.com